रविवार, 10 जून 2018

धुर्रा छड़ाव अभियान का आगाज हुआ पेंड्रावन जलाशय से


■  पेंड्रावन जलाशय के जल को हाथ में लेकर राज्य के जल जंगल जमीन से बाहरी मुक्त करने का लिया प्रण।

धरसींवा/रायपुर : छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना लगातार राज्य में हो रहे मूल छत्तीसगढ़ियो के उपर शोषण-अत्याचार के खिलाफ लड़ाई लड़ते आ रही है। जबर गोहार, पुरखा के सुरता और जबर लउठी रइली जैसे यूनिक छ्त्तीसगढ़िया नाम से कार्यक्रम आयोजित करने के बाद अब वर्तमान में सभी गैर छत्तीसगढ़िया विधायको के क्षेत्र में "धुर्रा छंड़ाव" के नाम से अभियान की शुरुआत शुक्रवार को बंगोली स्थित पेंड्रावन जलाशय से किया गया। 

धरसींवा खरोरा की जीवन दायिनी जलाशय पेंड्रावन के जल को हाथ में लेकर छत्तीसगढ़ महतारी के प्रतिमा के समक्ष क्रान्ति सेना पदाधिकारी तथा क्षेत्र के सभी छत्तीसगढ़ियो ने कसम खाकर राज्य के जल जंगल जमीन को परदेसिया मुक्त करने का प्रण लिया। तथा "छत्तीसगढ़ महतारी रथ" को रवाना किया गया। यह अभियान लगातार 16 जून तक धरसींवा खरोरा क्षेत्र के प्रत्येक ग्राम मोहल्ला जाके लोगों को छत्तीसगढ़िया वाद के लिए जागरूक करेगा, तथा 17 जून को धुर्रा छड़ाव यात्रा व जबर आमसभा चरौदा धरसींवा में आयोजित हैं।

धुर्रा छड़ाव अभियान में छत्तीसगढ़ महतारी रथ पहुचा शनिवार को 18 ग्रामों के लोगों तक

धुर्रा छड़ाव अभियान के अंतर्गत छत्तीसगढ़ महतारी रथ शनिवार को धरसींवा विधानसभा के 18 ग्रामों से गुजरा, छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के धुर्रा छड़ाव अभियान में भारी संख्या में क्षेत्र के लोग जुड़ रहें हैं। रथ के साथ क्रान्ति सेना के पदाधिकारी भी मौजूद रहते है। आज दोंदेकला, जरौद, तर्रा, पथरी, मंगसा, पवनी, निलजा, सारागांव, बरोंडा, अड़सेना, मोहंदी, असौंदा, जावा, बिठिया, बेलदार सिवनी के लोगों को छत्तीसगढ़िया वाद तथा क्षेत्र में मूल निवासी विधायक व जनप्रतिनिधि चुनने के लिए जागरूक किया।
















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