रायपुर : छत्तीसगढ़ी राजभाषा दिवस के अवसर पर राजधानी स्थित वृंदावन हाल में मंगलवार को विभिन्न कार्यक्रम आयोजित हुआ। छत्तीसगढ़ी राजभाषा मंच, छत्तीसगढ़िया महिला क्रान्ति सेना, एम ए छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन तथा छत्तीसगढ़ी भाषा छात्र विकास समिति मिलकर आयोजन किया। इस दौरान छत्तीसगढ़ी भाषा प्रेमियों ने अपनी अपनी बात रखी।
राजभाषा मंच प्रांतीय अध्यक्ष नंदकिशोर शुक्ला ने छत्तीसगढ़ी भाषा के पिछड़ा होने का कारण सरकार और राजभाषा आयोग को बताया। उन्होंने आयोग को आड़े हाथ लेते हुए कहाँ कि आज दस वर्षों बाद भी छत्तीसगढ़ के महतारी भाषा को सम्मान नहीं मिला आयोग सरकार की कठपुतली बन के रह गई हैं। संस्कृति को बचाना है तो भाषा को बचाना जरूरी है, शासन को निर्देशित करना चाही आयोग को सही तरीके से काम करें और छत्तीसगढ़ी भाषा को राज्य में स्थापित करे।
छत्तीसगढ़िया महिला क्रान्ति सेना के प्रदेश अध्यक्ष लता राठौर महिना के शुरूआत से 28 नवंबर तक छत्तीसगढ़ी महतारी भाखा अस्मिता दिवस के रूप में मनाते आई हैं। भाषा को आठवीं अनुसूची तथा स्कूलों में पांचवी तक पढ़ाई के लिए दिल्ली के जंतर मंतर में भी सत्याग्रह किये है। महिला क्रान्ति सेना गांव गांव जाकर भाषा का प्रचार प्रसार कर रही हैं, उन्होंने कहा कि स्कूलों में पढ़ाई हो सरकारी कामकाज में प्रयोग किया जाये छत्तीसगढ़ी मातृभाषा का।
राम गुलाम ठाकुर ने आऊटसोर्सिंग के मुद्दों पर बोलते हुए कहाँ राज्य में ओड़िया बंगाली स्कूलों में पढ़ाने आदेश निकाल दिया जाता है, पर छत्तीसगढ़ी के लिए कुछ नहीं। उन्होंने सरकार को आऊटसोर्सिंग बताया और हर क्षेत्र में हो रहे आऊटसोर्सिंग के बारे में विस्तार से बताया।
प्रदेश अध्यक्ष छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना अमित बघेल छत्तीसगढ़ी भाषा को स्थापित न करना अपमान हैं, और सरकार ये अपमान कर चुका है। क्रान्ति सेना भाषा संस्कृति के लिए हमेशा आंदोलन करते आ रहीं हैं, आगे भी स्कूलों में पढ़ाई हो या आठवीं अनुसूची शासन के खिलाफ लड़ने के लिए हरदम तैयार हैं।
कार्यक्रम में संजीव तिवारी गुरतुर गोठ डाट काम को गुगल इंटरनेट में छत्तीसगढ़ी कि बोर्ड शामिल करने में सहयोग करने के लिए क्रान्ति सेना ने सम्मान किया। सांस्कृतिक संध्या में पंडवानी गायिका किरण तथा गरिमा दिवाकर अपनी प्रस्तुति में लोक कला को परोसा। आगे अशोक तिवारी संस्कृति विशेषज्ञ, डाॅक्टर साव कर्मा हास्पिटल, गीरधर साहू प्रदेश संयोजक क्रान्ति सेना, मनोज वर्मा फिल्म निर्देशक, डाॅक्टर गजेन्द्र चंद्राकर कृषि वैज्ञानिक, रामेश्वर वैष्णव गीतकार, जागेश्वर प्रसार राज्य आंदोलन कारी, भाषा के प्रति विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम में प्रमोद साहू, संजीव साहू, देव हीरा के साथ एम ए छत्तीसगढ़ी के छात्र, छत्तीसगढ़िया महिला क्रान्ति सेना, साहित्यकार कलाकार भारी संख्या में उपस्थित थे, कार्यक्रम का संचालन यशवंत वर्मा प्रदेश उपाध्यक्ष क्रान्ति सेना ने किया।
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