बुधवार, 8 नवंबर 2017

3 माह जेल यात्रा के बाद रिहाई, जबर उत्साह से हुआ क्रान्ति कारियो का स्वागत


■ जेल में गुंजा छत्तीसगढ़ महतारी की जय, क्रान्ति सेना के लिए आज की शाम राज्योत्सव जैसा

रायपुर : औद्योगिक क्षेत्र सिलतरा में 4 माह पूर्व देवी स्पंज के बाहरी कर्मचारी द्वारा महिला कर्मी से छेड़छाड़ से उपजे विवाद के बाद फैक्टरी मालिक बाहरी गुंडो को बुलाकर सभी स्थानीय कर्मचारियों को बर्बरता से पिटवाया था। जिसके विरोध में छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना 1 अगस्त को जबर गोहार प्रदर्शन आंदोलन दिया। इसके बाद धरसींवा विधायक के दबाव में कई धारा लगाकर 3 अगस्त को अध्यक्ष अमित बघेल, संयोजक गिरधर साहू तथा संरक्षक राम गुलाम ठाकुर को जेल भेजवा दिया था। 

क्रान्ति सेना के तीनों पदाधिकारियों को जमानत मे 7 नवंबर को तीन माह बाद रायपुर केन्द्रीय जेल से रिहा किया। ये भी गजब इत्तेफाक था कि राज्य निर्माण के प्रथम स्वप्न दृष्टा डाॅ. खुबचंद बघेल का नाती राज्य स्थापना दिवस जेल में हि मनाया। जैसे हि रिहाई का पता चला तो शाम होते होते केन्द्रीय जेल में सैकड़ों  समर्थक व क्रान्ति सेना के सेनानी पहुँच गए। देखते हि आसपास जिलों से भी सेनानी पहुँच गये। जेल से निकलते ही फूल माला से जबर स्वागत हुआ, सभी जोर जोर से छत्तीसगढ़ महतारी की जय बुलाने लगे। रात को रायपुर शहर में क्रान्ति कारियो के स्वागत में जुलूस निकाला गया। 

इस अवसर पर अमित बघेल का कहना था कि सरकार और उनके विधायक छत्तीसगढ़ के हक की आवाज उठाने वालों को जेल में बंद कर सकते हैं लेकिन उनके विचारों को कैद नहीं किया जा सकता, छत्तीसगढ़ियों के शोषण के खिलाफ छतीसगढ़िया क्रांति सेना की यह लड़ाई अब और तेज हो जाएगी।

प्रदेश मीडिया प्रभारी 
छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना
बुधवार 08 नवंबर 2017









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