रायपुर : छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करके बताया कर्ज से परेशान छतीसगढ़िया किसान लगातार आत्म हत्या कर रहे हैं, छत्तीसगढ़ भीषण आकाल के चपेट में है, दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ सरकार बड़े बड़े पंडाल लगाकर बोनस तिहार मनाने में जुटी है। आत्म हत्या करने वाले किसान भाईयों के घर में मातम छाया है, उनके घरों में दिये नहीं जल रहे हैं। ठीक इसी प्रकार गरीब मजदूरों के उपर किये जा रहे दैहिक, मानसिक, आर्थिक अत्याचार के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले छतीसगढ़िया क्रांति सेना के अमित बघेल, ठाकुर रामगुलाम, गिरधर साहू सहित अनेकों सदस्य विभिन्न आंदोलनों के तहत आज जेल में बंद हैं। दीवाली के अवसर पर छतीसगढ़िया क्रांति सेना , किसानो के परिवार एवं जेल में बंद आंदोलनकारियों के परिवार जनों ने रायपुर केन्द्रीय जेल के सामने उपस्थित होकर मृतक किसान भाईयों की स्मृति में दिये जलाये। इस अवसर पर उनका कहना था कि मृतक किसानों के परिवारों की सुध लेने वाला कोई नहीं है, मृतकों के प्रति सरकार का रवैया बेहद अपमानजनक है। किसानों मजदूरों एवं आम छतीसगढ़िया के हक में बोलने वालों को सरकार लगातार जेल में डाल रही है। आज इस भावनात्मक अवसर पर छतीसगढ़िया क्रांति सेना के सदस्य रायपुर सहित आस पास से बारी बारी पहुंचे ग्रामीणों ने दिये जलाये। उधर जेल के भीतर से बंदियों द्वारा भी मृत किसानों को दीपांजलि अर्पित करने की खबरें आई हैं।
छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना
मीडिया रिपोर्ट और कवरेज दैनिक समाचार पत्र रायपुर
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